टेस्ट: गंगा का पानी हॉस्पिटल के लैब में होश उड़ा दिया?

टेस्ट: गंगा का पानी हॉस्पिटल के लैब में होश उड़ा दिया?

   सोशल मीडिया पर एक शख्स ने गंगाजल की शुद्धता पता करने की मुहीम चलाई। इसके तहत शख्स ने गंगाजल को माइक्रोस्कोप के जरिये देखा। जो असलियत सामने आई, उसने सबके होश उड़ा दिए।

   इन दिनों सोशल मीडिया पर अलग-अलग चीजों को माइक्रोस्कोप के नीचे रखकर देखने का ट्रेंड चला है। लोग खाने-पीने की चीजों से लेकर कई तरह के आइटम्स माइक्रोस्कोप के जरिये देखते हैं। दरअसल, जो जीवाणु हमें नंगी आंखों से नजर नहीं आते, वो माइक्रोस्कोप के जरिये दिखाई दे जाते हैं। इसी कड़ी में एक शख्स ने गंगाजल की शुद्धता जांचने का फैसला किया।

   शख्स ने गंगाजल की शुद्धता परखने के लिए हरिद्वार से पानी भरा था। वहां बहने वाली गंगा नदी से उसने पानी का सैंपल लिया। इसके बाद शख्स ने पहले सैंपल को अपने घर में रखे माइक्रोस्कोप से देखा। जब उसे रिजल्ट पर यकीन नहीं हुआ तो उसने बड़े हॉस्पिटल के लैब के पावरफुल माइक्रोस्कोप के लेंस के नीचे भी सैंपल की जांच करवाई। दोनों के ही रिजल्ट हैरान करने वाले थे।

हॉस्पिटल लैब में गंगाजल के टेस्ट का परिणाम

नहीं मिला एक भी कीटाणु

आमतौर पर जब नदी का पानी माइक्रोस्कोप से देखा जाता है तो उसमें कई तरह के कीटाणु और जीवाणु नजर आते हैं। इस पानी को पीने से ये कीटाणु हमारी बॉडी के अंदर चले जाते हैं। लेकिन जब शख्स ने गंगाजल को अपने घर के माइक्रोस्कोप के नीचे रखा तो हैरान करने वाला रिजल्ट सामने आया। इस पानी में कोई भी जीवाणु या कीटाणु नहीं था. इसके बाद शख्स ने अस्पताल के पावरफुल लेंस के जरिये भी गंगाजल का टेस्ट किया।

चार दिन बाद ऐसा निकला रिजल्ट

शख्स ने जब गंगाजल को अस्पताल के पावरफुल लेंस से टेस्ट करवाया तो वहां भी एक्सपर्ट्स को इसमें कुछ भी नहीं दिखा। बाद में इस पानी को चार दिन के लिए कल्चर यानी सड़ाया गया। चार दिन बाद जब सैंपल की जांच की गई तब भी उसमें कोई कीड़ा नजर नहीं आया। लैब एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, इस पानी को पिया भी जा सकता है। यानी गंगाजल शुद्ध होता है और कभी नहीं सड़ता है, ये बात झूठ नहीं बल्कि बिलकुल सच है। वीडियो देखने के बाद लोगों ने इसे गंगाजल की महिमा बताई। साथ ही कई लोगों को कमेंट में गंगा मैया की जय करते भी देखा गया।


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