बच्चा बेचने वाला ईसाईयत

Missionary sale child
चर्च द्वारा बच्चा बेचने का इतिहास बहुत पुराना है। मिशनरीज के बच्चा बेचने की हरकतों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करता हूँ, आप सभी के संज्ञान के लिए- मुरारी शरण शुक्ल
चर्च के अवैध कारोबार
चर्च अवैध बच्चों को तलाशकर बेचता है। चर्च अवैध बच्चे पैदा करवाकर बेचता है। चर्च अनैतिक/अवैध रूप से प्रैग्नेंट हो गई लड़कियों महिलाओं के बच्चे बेचता है। चर्च सार्वजनिक स्थलों से, बाजार से, ट्रेन से, बस से, प्लेन से, मेले से, तीर्थों से बच्चे चुराकर बेचता है। चर्च मजबूर, विवश, लाचार, समस्या से घिरे हुए लोगों की मजबूरी का लाभ उठाकर उनके बच्चे बेचता है। चर्च अपने हॉस्पिटल्स, अनाथालय से लोगों को झाँसा देकर, उनके बच्चे चुराकर बेचता है।
चर्च कुँवारी लड़कियों को वरजिन मरियम की तरह बहला फुसलाकर प्रैग्नेंट कराकर उनसे जीसस की तरह लावारिश बच्चे पैदा करवाकर उनको पालने में ही जीसस की प्रसन्नता ढूंढता है। यही उनका फाइनल एमेनिसिपेशन है। अल्टीमेट इनलाईटेनमेंट है। यही उनका क्रुसेड है। यही उनके ईसाईयत का मूल थीम है। यह सब खेल केवल कुँवारी लड़कियों का वर्जिन मरियम की तरह सेक्सयूल अब्यूज करके अनगिनत लावारिस जीसस क्राइस्ट पैदा करने के लिए खेला जा रहा है।  
आयरलैंड में पचास के दशक में प्रतिमाह 10 बच्चे अमेरिकन लोगों को बेचे जाते थे। इनमें अधिकांश बच्चे अविवाहित लड़कियों से जन्म लेने वाले होते थे। और उसमें भी अधिकांश पादरियों के अवैध सम्बंधों के कारण जन्म लिए हुए होते थे। “रॉयल आयरिश अकेडमी” द्वारा प्रकाशित “आयरिश फॉरेन पॉलिसी डॉक्यूमेंट भाग X” में इसका वर्णन है। इसमें 1951 से 1957 तक का वर्णन है। यूके का समाचार पत्र मिरर पत्रकार एवं लेखक मार्टिन सिकस्मिथ के हवाले से इस संख्या को 60000 (साठ हजार) बताता है।  
“तस्मानिया में 76 चर्च समेत 108 चर्च संपत्ति 8 करोड़ 60 लाख डॉलर में बेचा जा रहा है। जो चर्च द्वारा नाबालिग लड़कियों से दुराचार के बदले मुआवजा देने के लिए। कुल मुआवजा 20 लाख डॉलर का चुकाना है। वहाँ 23 डायोसिस में 22 डायोसिस इस अपराध में लिप्त हैं। तस्मानिया के बिशॉप रिचर्ड कोंडी ने उपरोक्त बातों को स्वीकार किया है। उसने माना है कि लगभग 200 लड़कियों ने चर्च के खिलाफ क्षतिपूर्ति का दावा किया है, जिन्हें 75 हजार डॉलर से लेकर एक लाख पचास हजार डॉलर तक का मुआवजा दिया जाना है।”
St. Stephens on Sandy Bay Road is one of the Anglican Church's properties to be considered for sale.
St. Stephens on Sandy Bay Road is one of the Anglican Church's properties to be considered for sale.

इंग्लैंड एंड वेल्स के कैथोलिक चर्च के कार्डिनल विंसेंट निकोलस ने 1950, 1960 और 1970 के दशक में किये गए जबरन एडॉप्शन के लिए क्षमा माँगा है।
निकोलस ने कहा- “The practices of all adoption agencies, whether religious, charitable or state, reflected these attitudes and were sometimes lacking in care and sensitivity. We apologise for the hurt caused by agencies acting in the name of the Catholic church.”  
अर्थात "सभी मजहबी, धन जुटाउ और सरकारी एडॉप्शन एजेंसीज के क्रियाकलाप में जो एटीच्यूड दिखा है वह संवेदनहीन और अपनत्व के भाव से रहित था। कैथोलिक चर्च के नाम पर सभी एजेंसीज ने आपको दुखी किया है इसके लिए हम आपसे क्षमा चाहते हैं।"
“एक अनुमान है कि इग्लैंड एंड वेल्स में उपरोक्त 30 वर्षों में लगभग 5 लाख बच्चों को बेचा गया है। अकेले 1968 में मात्र एक वर्षं में सोलह हजार से अधिक अविवाहित लड़कियों के बच्चों को जबरन बेचा गया।”
-The guardian 30 Nov 2016.
“2011 में औस्ट्रेलिया के कैथोलिक चर्च ने वहाँ के कैथोलिक हॉस्पिटल्स के द्वारा डेढ़ लाख बच्चों को बेचे जाने के लिए क्षमा माँगा है।”
-ABC news 25 july 2011.
Church St. Stephens on Sandy Bay Road is one of the Anglican Church's properties to be considered for sale.
Church
1534 में इग्नेशियस लोयला द्वारा स्थापित जेसुट जिसे 1540 में पोप पॉल-।।। ने मान्यता दिया था, उसको सैकड़ों बच्चों को बेचने के अपराध में विस्कोंसिन प्रोविंस की डगलस काउंटी कोर्ट ने दोषी सिद्ध किया है। ध्यान रहे कि यह वही इग्नेशियस लोयला है, जिसने कालीकट और गोआ में मतान्तरण को विवश करने के लिए लगभग 40 हजार हिंदुओं को जिंदा जला दिया था।
“पाँच दशक में 3 लाख बच्चे स्पेनिश हॉस्पिटल्स से चुरा लिए गए और एडॉप्शन के लिए बेच दिये गए। डॉक्टर्स, नर्स, पादरी और ननों के बड़े व गुप्त नेटवर्क ने यह गोरखधंधा जनरल फ्रेंकोइस के डिक्टेटरशिप में आरम्भ किया जो 90 के दशक तक जारी रहा।”
-DailyMail 16 oct 2011
अमेरिका में दो लाख चुराकर बेचे गए बच्चों को प्रति व्यक्ति व्यक्ति दो लाख डॉलर मुआवजा देने के आदेश अमेरिका की कोर्ट ने दिया है।
कहानियाँ और भी हैं जो क्रमशः प्राप्त होता रहेगा आपको। भारत की यूपीए की सोनियाँ (कैथोलिक क्रिश्चियन) सरकार ने बच्चा एडॉप्ट कराने का अधिकार प्रायः सभी जिलों में कैथोलिक चर्च से जुड़े संगठनों को ही दे दिया है। जिससे बच्चा बेचने वाले गिरोह अर्थात कैथोलिक चर्च को उनके इस बच्चा बेचने के कारबार में सुविधा हो सके। इस बच्चा बेचने वाले आपराधिक गिरोह का नाम है “कैथोलिक चर्च”। इसके ये बच्चा बेचने वाले कारनामे भारत की संस्कृति को नष्ट करने के उपकरण हैं।


◆https://nypost.com/2018/05/08/church-selling-properties-to-help-fund-child-sex-abuse-redress/


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