भंडाफोड़: शहरी नक्सलियों को कांग्रेस से मिली मदद


Urban Naxali helped by congress
जिग्नेश मेवानी मध्यस्थता की भूमिका में
गिरफ्तार रोना विल्सन के लैपटॉप से मिले 'कामरेड एम' के ईमेल से हुए कई सनसनीखेज खुलासे
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार रोना विल्सन के लैपटॉप में एक बड़े नक्सली नेता की ईमेल मिली है। इसी साल दो जनवरी को लिखी मेल में 'कामरेड एम' ने दलित आंदोलन की आड़ में देश में अस्थिरता फैलाने में कांग्रेस का साथ मिलने का दावा किया है।
विल्सन को भेजी ईमेल में लिखा गया है कि शहर में रहने वाला शीर्ष नक्सल नेतृत्व कांग्रेस में हमारे कुछ दोस्तों के साथ संपर्क में है। वे दलित आंदोलन को और भी आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने का सुझाव दे रहे हैं। भीमा कोरेगांव हिंसा के दो दिन बाद ही लिखी ईमेल में वहां चले आंदोलन को काफी सफल बताया गया है। इसके साथ ही हिंसा में एक व्यक्ति की मौत को मुद्दा बनाते हुए आगे भी आंदोलन चलाने और इसके लिए दुष्प्रचार सामग्री तैयार करने का निर्देश दिया है।
'कामरेड एम' के अनुसार नक्सल नेतृत्व ने भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए कामरेड सुधीर को दो बार फंड भेजा था। इसके साथ ही आगे के आंदोलन के लिए जरूरी फंड की जिम्मेदारी कामरेड शोमा और कामरेड सुरेंद्र को सौंपी गई है। 'कामरेड एम' ने रोना विल्सन को बताया है कि किस तरह नक्सल नेतृत्व भीमा कोरेगांव की तर्ज पर अन्य भाजपा शासित राज्यों में उग्र दलित आंदोलन खड़ा करने की तैयारी में जुटा है। इस काम में जुटे विश्वरूपा, सुदीप, सुशील और देवजानी का मोबाइल नंबर भी दिया गया है।
रोना विल्सन ने ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश का सुझाव अपनी ईमेल में नक्सली नेतृत्व को दिया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद रोना विल्सन को जून में ही गिरफ्तार कर लिया गया था और अभी तक वह जेल में है।
मध्यस्थ की भूमिका में जिग्नेश मेवाणी
  • 'कामरेड एम' का दावा है कि कांग्रेस के कथित दोस्त हर तरह की कानूनी और आर्थिक सहायता देने को तैयार हैं।
  • कामरेड के अनुसार, इस पूरे काम में गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं।
  • कांग्रेसी दोस्तों ने जेल में बंद नक्सली कोबाड गैंडी और जीएन साईबाबा को रिहा कराने में मदद का आश्वासन भी दिया है।
  • सरकार के खिलाफ दलितों को भड़काने में प्रकाश आंबेडकर का भी सक्रिय सहयोग मिलने का दावा किया गया है।
कौन हैं 'कामरेड एम'
फिलहाल जांच एजेंसियां 'कामरेड एम' को पहचानने की कोशिश कर रही हैं। जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'कामरेड एम' के बारे में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। उनके अनुसार इस समय नाम खुलने से जांच प्रभावित होने का खतरा है।
इसके साथ ही जांच एजेंसी नक्सलियों के साथ संपर्क में रहने वाले कांग्रेसी नेताओं का पता लगाने की भी कोशिश कर रही है। वैसे जिस तरह से 'कामरेड एम' ने रोना विल्सन को किसी मनोज के मार्फत रॉकेट लांचर मिल जाने और विभिन्न कामों में अलग-अलग कामरेडों के लगे होने की बात कही है, उससे उनके काफी ऊंचे ओहदे पर होने का संकेत मिलता है।


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